26.11.2025
हेली गुब्बी ज्वालामुखी
विषय: भूगोल
प्रसंग
इथियोपिया का हेली गुब्बी ज्वालामुखी लगभग 10,000-12,000 साल तक शांत रहने के बाद 23 नवंबर 2025 को फटा, जिससे ऊंचाई पर राख का गुबार भारत की ओर बह रहा है, जिससे एविएशन सेफ्टी और सीमित एटमोस्फेरिक असर को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
मुख्य विवरण
- ज्वालामुखी का प्रकार: इथियोपिया के अफ़ार क्षेत्र में टेक्टोनिक रूप से सक्रिय अफ़ार डिप्रेशन और एर्टा एले ज्वालामुखी रेंज के भीतर एक शील्ड ज्वालामुखी।
- विस्फोट: एक सब-प्लिनियन विस्फोट से 45,000 फीट के पास राख का एक स्तंभ बना, जो कमर्शियल फ़्लाइट की ऊंचाई पर पहुंच गया।
- बनावट: एमिशन में ज्वालामुखी की राख, सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), और 15,000–45,000 फीट के बीच ले जाए गए बारीक कांच जैसे कण शामिल थे।
- ऐतिहासिक संदर्भ: यह 10,000-12,000 सालों में हेली गुब्बी का पहला ज्ञात विस्फोट है, जो इसे हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका के लिए एक दुर्लभ और उल्लेखनीय भूवैज्ञानिक घटना बनाता है।