02.12.2025
भारत-अमेरिका सामरिक साझेदारी की गतिशीलता
संदर्भ
27 अगस्त, 2025 से, US ने कई इंपोर्ट पर 50% टैरिफ लगाया है, जिससे ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रिकल मशीनरी, जेम्स, ज्वेलरी और श्रिम्प जैसे भारत के मुख्य एक्सपोर्ट पर असर पड़ेगा। भारत यूरोपियन और एशियन मार्केट की ओर बढ़ रहा है।
डेमोक्रेटिक वैल्यू, रूल-बेस्ड ऑर्डर, डिफेंस कोऑपरेशन, टेक्नोलॉजिकल कोऑपरेशन और बढ़ते इकोनॉमिक एंगेजमेंट से बनी एक बड़ी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप।
स्ट्रेटेजिक पिलर्स:
• स्ट्रेटेजिक, इकोनॉमिक, डिफेंस, टेक और कल्चरल क्षेत्रों में कोऑर्डिनेशन
• रेगुलर हाई-लेवल डिप्लोमेसी
• LEMOA, COMCASA, जॉइंट एक्सरसाइज के ज़रिए डिफेंस को मज़बूत करना
• ट्रेड, FDI और इनोवेशन से चलने वाले इकोनॉमिक संबंध
सेमीकंडक्टर/क्रिटिकल सप्लाई चेन:
• माइक्रोन भारत में एक बड़ी सेमीकंडक्टर पैकेजिंग फैसिलिटी बना रहा है।
• लैम रिसर्च 60,000 भारतीय इंजीनियरों को ट्रेनिंग दे रहा है।
• भारत मिनरल्स सिक्योरिटी पार्टनरशिप में शामिल हुआ है।
• एप्सिलॉन कार्बन ने US में EV से जुड़े इन्वेस्टमेंट बढ़ाए हैं।
स्पेस कोऑपरेशन:
• भारत ने आर्टेमिस समझौते पर साइन किए।
• NASA-ISRO ह्यूमन स्पेसफ्लाइट कोऑपरेशन और ISS के लिए एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग डेवलप कर रहे हैं।
टेलीकॉम/उभरती टेक:
• ओपन RAN और 6G पर मिलकर काम करना।
• AI और क्वांटम रिसर्च के लिए इंडो-US क्वांटम कोऑर्डिनेशन मैकेनिज्म।
• भारतीय संस्थानों के साथ NSF पार्टनरशिप।
जेट इंजन:
• जीई-एचएएल महत्वपूर्ण तकनीकी हस्तांतरण के साथ एफ414 इंजन का सह-उत्पादन कर रहे हैं।
समुद्री सहयोग:
• US नेवी ने L&T (चेन्नई) और मझगांव डॉक (मुंबई) के साथ रिपेयर एग्रीमेंट साइन किए।
• भारत MQ-9B UAVs खरीदेगा।
इनोवेशन इकोसिस्टम:
• INDUS-X स्टार्टअप्स और एकेडेमिया के ज़रिए डिफेंस इनोवेशन को बढ़ावा देता है।
• भारत के इंडो-पैसिफिक ओशन्स इनिशिएटिव में US की भागीदारी।
• इंडियन ओशन डायलॉग और रीजनल फोरम के ज़रिए सहयोग।
• भारत पार्टनर्स इन द ब्लू पैसिफिक में ऑब्ज़र्वर बना हुआ है।
क्लाइमेट/एनर्जी:
• हाइड्रोजन ब्रेकथ्रू एजेंडा, ग्लोबल बायोफ्यूल्स अलायंस के तहत सहयोग।
• रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टमेंट और बैटरी स्टोरेज को बढ़ावा देने पर फोकस।
हेल्थ:
• US नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के साथ AI से चलने वाला कैंसर रिसर्च।
• कैंसर मूनशॉट के तहत US-इंडिया कैंसर डायलॉग।
• डायबिटीज रिसर्च पर मिलकर काम।
• कट्टरपंथ और UN-लिस्टेड आतंकवादी ग्रुप्स के खिलाफ मिलकर कमिटमेंट।
• बॉर्डर पार आतंकवाद की निंदा।
• पाकिस्तान से अपील की गई कि वह अपने इलाके का इस्तेमाल हमलों के लिए होने से रोके और 26/11 के लिए जवाबदेही पक्का करे।
मल्टीलेटरल कोऑपरेशन को मज़बूत करना, काउंटरटेररिज़्म कोऑर्डिनेशन को गहरा करना, मज़बूत सप्लाई चेन को सुरक्षित करना, और लंबे समय तक चलने वाले डिफ़ेंस, टेक्नोलॉजी, क्लाइमेट और हेल्थ कोऑपरेशन के ज़रिए इंडो-पैसिफिक स्टेबिलिटी को आगे बढ़ाना।
निष्कर्ष
भारत-US पार्टनरशिप डिफेंस, टेक्नोलॉजी, एनर्जी और रीजनल सिक्योरिटी में बढ़ रही है। लगातार सहयोग, मज़बूत सप्लाई चेन और इंडो-पैसिफिक स्थिरता इस स्ट्रेटेजिक रिश्ते के अगले फेज़ को बनाने के लिए ज़रूरी हैं।